Saturday, October 15, 2011

 
तीसरी पसली के नीचे बहुत दर्द हो रहा है  
अक्सर हंसाने वाला आज खुद रो रहा है  
मै जिंदा हूँ मुझे यकीन दिलाओ दोस्तो ! 
और बताओ मेरी कब्र में ये कोन सो रहा है  
जिंदगी का फलसफा छूट गया काफी पीछे 
मेरा कोई अपना ही पीठ पर जहर बो रहा है  
यही कहा था उसने वो मेरा है सिर्फ मेरा ही 
फिर आज क्यों वो किसी दुसरे का हो रहा है  
गजल के लिए दर्द नहीं प्यार माँगा था मैंने 
दुआ में कमी थी कहीं चहल जो दर्द हो रहा है

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