खाप पंचायत के मामलों में हम काफी बदनाम होने लगे हैं । शहर में बैठे लोग तरह तरह के कोमेंट कर रहे है । हरियाणा बदनाम हो रहा है । पर वो लोग असली दर्द नहीं समझ पा रहे। गाँव का दर्द शहर में बैठा शहरी नहीं समाज सकता । ये दर्द समझने के लिए गाँव में जाना होगा और ग्रामीण परिवेश में रचना होगा। ग्रामीणों की मन्य्तायों और परम्पराओं को वैगानिक ढंग से परखना होगा। ग्रामीण भाईचारे की कीमत परखनी होगी और सदियों से बने आप्सी संबंधों का अध्यन करना होगा तभी इस समस्या पर कोमेंट किया जा सकता है।
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