सारे लाहणे वो पल मै तार गया
आपणी लाडो के चा पुगाणे मन मै मार गया
पैरा मै रुल्गी पगड़ी अर इज्जत तार तार
आज एक बाप अपणी बेटी तै हार गया
आज एक बाप आपणी बेटी तै हार गया
आपणी इज्जत की गेल खुभैत कररया सै
ताऊ सुरता आज पंचैत कररया सै
थ्याई माणसां तै भर री सै
अर खाट भी चर्चा कर री सै
खड्या हो कै एक पंचायती बोल्या
अर पंचायती रोले का राज खोल्या
ताऊ सुरता की छोरी रामफल गेल भाजगी
जिसतै म्हारे सारे गाम की इज्जत लाजगी
पंचैत मै खुसर फुसर चाल पड़ी
सारया की खंडके बंधी नाड़ हाल पड़ी
एक बोल्या फेर इसमे रामफल का के खोट सै
ताड़ी एक हाथ ना बजती दोनुवा की ज़ोट सै
दूसरा बोल्या फेर दोनुवा नै मजा चखा दयो
गाम के रिश्ते के हो सै दोनुवा नै बता दयो
फेर एक और खड्या होलिया
अपणे सिर पै तै तार कै तोलिया
बोल्या दोनुवा नै मारे पाछै कुणसा सुख हो ज्यागा
एकला छोरा सै रामफल माँ बाप नै दुख हो ज्यागा
सुरता बोल्या एकला सै तो मनै के आंट सै
लागै सै छोरे इसमै तेरी भी सांट गांठ सै
छोरा बोल्या ताऊ सांट गांठ तो तेरी छोरी करगी
जो तेरे खंडके नै अर मुछा नै छात पै धरगी
तू जद नी बोल्या जद ओ रामफल यार बणाया
गाम की गाम मै तेरी छोरी नै भरतार बणाया
सुरता का रंग लाल होगया
अर पंचायत मै बवाल होगया
लोग एक दुसरे की आँख्यां मै देख देखकै हाँसै थे
बात बात पै हुंगारे भर भरकै खांसै थे
ताऊ सुरता उनकी हरकता नै खूब पीछानै था
एक एक आदमी की ओकात नै आछी तरियां जानै था
रै ये वाए लोग थे जो कदे उसका झूठा खाया करदे
बोलणा तो दूर की बात कदे नाड़ नी ठाया करदे
आज भरी पंचैत मै इज्जत की बिरान माटी होरी थी
किस तै कहंदा सुरता करण आली खुद की छोरी थी
रै व़ा छोरी जिस के कहणे ओ पल मै पुगाये करदा
गेल रोंदा गेल हासदा अर गेल्याए गाये करदा
मासूम सी दिखण आली छोरी आज सारा कीमे उजाड़गी
बचपन मै मुछां तै खेलण आली आज उननै जड़ तैए पाड़गी
फेर एक छोरा बोल्या ताऊ कयूँ इतना कठ कर रया सै
अर सबर कर ले इसे मै कयूँ गात का मठ कर रया सै
सुरता पंचैत कानी लखाया
पर उसका हिमायती कोए नी पाया
खड्या होकै बोल्या रै क्यूकर सबर कर लयू
इस तै आछा तो कुए मै पड़ कै म़र लयू
रै बियाह तै तीन दिन पहलया जिस की छोरी चली जा सै
उस बाप की पगड़ी सारे बाजार छली जा सै
रै के इसे दिन खातर लोग छोरियां नै चाहवै सै
सयाणे सै वै लोग जो छोरीया नै पेट मै मरवावै सै
जे मै भी आपणी छोरी नै पेट मै मरवा खडदा
तो यू दिन मनै कदे भी नी देखना पड़दा
रै व़ा के छोरी जो अपणे बाप की पगड़ी नै रुलवा दे
अपणे गाम की चोगरदे नै हाँसी करवा दे
ना सूरते न्यू रामफल का बाप बोल्या
अर खंगार कर कै आपणा सुखा गला छोल्या
रै पेट मै मारे तै यो रोला नी झुकया करदा
बाल पाडे तै कदे मुर्दा का वजन नी मुकया करदा
रै गलती आपणी ए सै आप बालका नै नी सीखा पाए
अर सही संस्कारा का उन नै रह नी दिखा पाए
एकला सै तो के होया मै घर मै नी बड़ण द्यूंगा
रामफल अर उस छोरी नै बार नै नी खडण द्यूंगा
सुरता बोल्या रै मेरा इतने मै क्यूकर सर ज्यागा
मनै तो जिब सबर आवै जद तेरा छोरा मर ज्यागा
रै आये बेठे रिश्तेदारा तै मै के मुह दिखाउंगा
जिस दिन थयागे मै दोनुवा नै पाणी पियाउंगा
थयाई मै चोगरदे नै सी सा सुप थी
इस बात पै पूरी पंचैत चुप थी
फेर बोल्या सुन ल्यो ए जे कोए छोरी सुणदी हो
आपणे बाप की रे रे माटी करण के सपने बुणदी हो
जिन्दे जी आपणी खुशिया कै आग ना लायीयो
अर आपणे बाप की पगड़ी कै कदे दाग ना लायीयो
या बड़ बड़ करदा सुरता घर नै चाल पड्या
सुण कै उसकी बात सारया का कालजा हाल पड्या
आगले दिन बखत सारे गाम की हासी खा गया
ताऊ सुरता घरा जांदे रात ए नै फासी खा गया
बेचारा सुरता बस इतने मै ए सार गया
अक आज एक बाप आपणी बेटी तै हार गया